Father of biology
विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत समस्त जीव-जंतुओं के बारे में अध्ययन किया जाता है उसे जंतु विज्ञान कहते हैं /जीव विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत समस्त जीव जंतु और उनके शरीर विकास एवं वर्गीकरण का अध्ययन किया जाता है उसे जंतु विज्ञान कहते हैं
Father of zoology( जंतु विज्ञान के पिता)
अरस्तू (Aristotle) को जंतु विज्ञान का पिता कहा जाता है
अपने बौद्धिक विकास के कारण मनुष्य समस्त जीव-जंतुओं से भिन्न होता है मनुष्य का शरीर की कार्यप्रणाली जंतुओं के शरीर से भिन्न होता है लेकिन कुछ जंतुओं के शरीर की कार्यप्रणाली मनुष्य से बिल्कुल मिलती-जुलती रहती है जिसके ऊपर प्रयोग करके हम मनुष्य विभिन्न प्रकार की लाभकारी औषधियां बनाते हैं जो मनुष्य की जीवन की सुरक्षा करती हैं
विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत समस्त जीव-जंतुओं के बारे में अध्ययन किया जाता है उसे जंतु विज्ञान कहते हैं /जीव विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत समस्त जीव जंतु और उनके शरीर विकास एवं वर्गीकरण का अध्ययन किया जाता है उसे जंतु विज्ञान कहते हैं
aristotle our father of biology |
अरस्तू (Aristotle) को जंतु विज्ञान का पिता कहा जाता है
जंतु विज्ञान का महत्व
जीव विज्ञान का अध्ययन मनुष्य के लिए बहुत ही लाभकारी है मनुष्य के चारों भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव जंतु रहते हैं इसमें से कुछ जीव जंतु मनुष्य के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं कुछ जंतुओं से हम दूध, रेशम , रेशम शहद लाख आदि उपयोगी वस्तुएं प्राप्त करते हैं, और अनेक जंतुओं को मनुष्य अपने भोजन के रूप में भी उपयोग करता हैअपने बौद्धिक विकास के कारण मनुष्य समस्त जीव-जंतुओं से भिन्न होता है मनुष्य का शरीर की कार्यप्रणाली जंतुओं के शरीर से भिन्न होता है लेकिन कुछ जंतुओं के शरीर की कार्यप्रणाली मनुष्य से बिल्कुल मिलती-जुलती रहती है जिसके ऊपर प्रयोग करके हम मनुष्य विभिन्न प्रकार की लाभकारी औषधियां बनाते हैं जो मनुष्य की जीवन की सुरक्षा करती हैं
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